आओ कुछ बात करे, हम तन्हा कय़ों है?
आओ कुछ दिल की कहे, हम तन्हा कय़ों है?
कोई बस इतना बता दे, हम तन्हा कय़ों है?
कोई तो मुझको सदा दे, हम तन्हा कय़ों है?
रोज़ मिलती है मुझे, ये कोई अजनबी जैसे,
रूठी हुई है मुझसे, मेरी परछाई ऐसे,
कोई समेटो ज़रा, कोई तो बुला दो इसको,
मुझसे थोडी बहुत पह्चान करा दो इसको,
आओ हाथ थामो मेरा, हम तन्हा कय़ों है?
दिल की धड्कन का शोर कभी सुनता नही,
खवाब भी आखों मे अब कोई पलता नही,
आईना है मगर इसमें कुछ नज़र आता नही,
खाली घर का खालीपन कुछ भाता नही,
मुझको खुद से मुलाकात करा दे ऎ-खुदा,
कोई तो मुझको दुआ दे, हम तन्हा कय़ों है?
shayad tanhayi aapko bhati ho, ya fir bhid se dar lagta ho tabhi tanha hain .. nahi to bas do kadam bahar nikal ke kisi se guftagoo shuru kijiye ... tanhayi ka nam-o-nishan meet jayega :)
ReplyDeletewaise kafi achchi kavita hai :)
शुकि्रया राकेश... :)
ReplyDeletenamskar
ReplyDeletevery good & best.
In life what ever happend go & fotget this think new way
chod kal ki baatey , kal baat hai purani, nay duar se.
likhye nai khani.
Shukriya Surinder :)
ReplyDeleteYun hi hosla badhaate rahiye... :) Bahut Bahut Shukriya aapka...
I didn't understand your language but I'am addicted by the pictures :) ^^
ReplyDelete@ Mariam
ReplyDeleteThanks a lot for your visit.. :)
Mere naseeb main tu nahin shayad
ReplyDeleteKyun khel aisa taqdeer ka hota hai
Lakeerain nahin milti hain unse
Jin se ye dil milta hai
Dunya kehti hai
Chand lamhon ka saath tha
Ye dil jaanta hai
Ye umr bhar ka ehsaas tha